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शब्द प्रकार, तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी, मुहावरे और लोकोक्तियाँ,शब्दों के प्रकार और अन्य

शब्द प्रकार, तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी

शब्द प्रकार:

संज्ञा

सर्वनाम

विशेषण

क्रिया

 क्रिया विशेषण

अव्यय

शब्दोत्पत्ति के आधार पर शब्दों के प्रकार:

  1. तत्सम:

संस्कृत से सीधे लिए गए शब्द जो वर्तमान हिंदी में वैसे ही उपयोग होते हैं।

उदा: पुस्तक, विद्यालय, पत्र

  1. तद्भव:

तत्सम शब्दों से व्युत्पन्न जो समय और उपयोग के साथ ध्वन्यात्मक और रूपात्मक परिवर्तनों से गुजरे हैं।

उदा: किताब (पुस्तक), स्कूल (विद्यालय), चिट्ठी (पत्र)

  1. देशज:

भारत में ही उत्पन्न शब्द जो संस्कृत या अन्य भाषाओं से नहीं लिए गए हैं।

उदा: घर, पेड़, पानी

  1. विदेशी:

अन्य भाषाओं से लिए गए शब्द जो व्यापार, साहित्य या सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से हिंदी में आए हैं।

 उदा: टेलीविजन (अंग्रेजी), कॉफी (अरबी), फोन (फ्रेंच)

शब्दों के प्रकार व्याकरण में उनके उत्पत्ति और उपयोग के आधार पर विभाजित किए जा सकते हैं। यहाँ कुछ मुख्य शब्द प्रकार हैं:

  1. तत्सम: ये शब्द संस्कृत से प्राप्त होते हैं और उनका अर्थ, उच्चारण, और लिपि संस्कृत के समान होता है। उदाहरण: अग्नि, देव, मन्दिर।
  2. तद्भव: ये शब्द संस्कृत से प्राप्त होते हैं, लेकिन उनका अर्थ, उच्चारण, और लिपि संस्कृत से अलग होता है। उदाहरण: विद्यालय (संस्कृत – विद्यालय), धन (संस्कृत – धन्य), साहस (संस्कृत – साहसिक)।
  3. देशज: ये शब्द स्थानीय भाषा से प्राप्त होते हैं और उनका अर्थ, उच्चारण, और लिपि संस्कृत से अलग होता है। उदाहरण: आम (अंग्रेज़ी – Mango), दीवार (अंग्रेज़ी – Wall)।
  4. विदेशी: ये शब्द विदेशी भाषाओं से उधारित होते हैं और उनका अर्थ, उच्चारण, और लिपि हमारी भाषा से अलग होता है। उदाहरण: टेलीविज़न, कॉम्प्यूटर, रेडियो।

ये शब्द प्रकार भाषा के सांस्कृतिक और इतिहासिक अनुसार विभाजित किए जाते हैं और भाषा के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान होता है।

शब्द प्रकार: तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी

शब्दों को उनके उद्गम और रूपांतरण के आधार पर चार श्रेणियों में विभाजित किया जाता है:

  1. तत्सम शब्द:
  • संस्कृत से ज्यों के त्यों स्वीकार किए गए शब्द तत्सम कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का उच्चारण और रूप संस्कृत के समान ही होता है।
  • उदाहरण: पुस्तक, जल, फल, मनुष्य, विद्यालय, गुरु, देवता
  1. तद्भव शब्द:
  • संस्कृत से हिंदी में आने पर जिन शब्दों का रूप बदल गया हो, तद्भव कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का उच्चारण और रूप संस्कृत से थोड़ा भिन्न होता है।
  • उदाहरण: किताब, पानी, फूल, आदमी, स्कूल, शिक्षक, भगवान
  1. देशज शब्द:
  • भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए शब्द देशज कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का उच्चारण और रूप संस्कृत से भिन्न होता है।
  • उदाहरण: लड़का, खाना, खेलना, गाँव, नदी, पहाड़, हाथी
  1. विदेशी शब्द:
  • अन्य भाषाओं से हिंदी में आए हुए शब्द विदेशी कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का उच्चारण और रूप हिंदी से भिन्न होता है।
  • उदाहरण: टेलीफोन, कंप्यूटर, स्टेशन, स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल

शब्दों का वर्गीकरण:

शब्द प्रकार उद्गम रूप उदाहरण
तत्सम संस्कृत संस्कृत के समान पुस्तक, जल, फल
तद्भव संस्कृत संस्कृत से भिन्न किताब, पानी, फूल
देशज भारत के विभिन्न क्षेत्र संस्कृत से भिन्न लड़का, खाना, खेलना
विदेशी अन्य भाषाएँ हिंदी से भिन्न टेलीफोन, कंप्यूटर, स्टेशन

यह जानकारी आपको शब्दों के प्रकार और उनके उद्गम को समझने में मददगार होगी।

मुहावरे और लोकोक्तियाँ भाषा के विविध रूपों में उसकी समृद्धता को दर्शाते हैं। ये अभिव्यक्तियों के रूप में उपयोग होते हैं और सामान्यत: दैनिक जीवन की घटनाओं, सांस्कृतिक परंपराओं, और जनमानस के अनुभवों को समर्थित करने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। यहाँ कुछ उदाहरण हैं:

 

मुहावरे:

  1. आँखों में धूल जोना: अपनी गलतियों को स्वीकार करना।
  2. अँगूर खट्टे हैं: किसी अच्छी चीज़ को अपरिपक्व या अनुपयोगी पाना।
  3. आगे की सोच: भविष्य की योजना बनाना।
  4. अँधेरे में तेल निकालना: मुश्किल में और और भी मुश्किल करना।

लोकोक्तियाँ:

  1. अंधों में काना राजा: जो सच्चाई को नहीं समझता है, उसको सच्चाई को दिखाने का प्रयास करना व्यर्थ है।
  2. अपना काम भगवान पर छोड़ना: स्वयं को कार्य या जिम्मेदारी से मुक्त करने का अप्रत्याशित तरीका।
  3. अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत: अच्छा समय का गवाह होना।
  4. अँधा क्या चाहे, दो आँखे: कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए दोनों हाथों से काम कर सकता है।

ये मुहावरे और लोकोक्तियाँ सामाजिक और सांस्कृतिक विचार को संक्षिप्त रूप में प्रकट करते हैं और उसके साथ ही भाषा को भी समृद्ध करते हैं।

मुहावरे और लोकोक्तियाँ

मुहावरे:

  • ये शब्दों के समूह होते हैं, जिनका अर्थ उनके शब्दों के योग से भिन्न होता है।
  • इनका प्रयोग भाषा को रोचक और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण:
    • आँखें खुलना (समझ में आना)
    • आँखें बंद करना (अनदेखा करना)
    • आँखें दिखाना (डराना)
    • आँखें मूंदकर (विश्वास करना)

लोकोक्तियाँ:

  • ये सदियों से चली आ रही कहावतें हैं, जिनमें जीवन के अनुभव और नीतियाँ समाहित होती हैं।
  • इनका प्रयोग भाषा को सरल और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण:
    • अंधे को हाथी दिखाना (असंभव कार्य करना)
    • अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता (एकता में बल है)
    • अकल दाढ़ी में नहीं होती (बुद्धि उम्र से नहीं आती)
    • अक्ल के अंधे को धरती पर स्वर्ग नहीं दिखता (लोभी व्यक्ति को कभी संतोष नहीं होता)

मुहावरों और लोकोक्तियों के लाभ:

  • भाषा को रोचक और प्रभावशाली बनाते हैं।
  • भाषा को सरल और समझने में आसान बनाते हैं।
  • जीवन के अनुभव और नीतियाँ सिखाते हैं।
  • भाषा को समृद्ध बनाते हैं।

मुहावरों और लोकोक्तियों का प्रयोग करते समय ध्यान रखें:

  • इनका अर्थ समझें और उचित संदर्भ में प्रयोग करें।
  • इनका अत्यधिक प्रयोग भाषा को बोझिल बना सकता है।
  • इनका प्रयोग भाषा के स्तर के अनुसार करें।

मुहावरों और लोकोक्तियों के कुछ उदाहरण:

  • मुहावरे:
    • आँखें खुलना (समझ में आना)
    • आँखें बंद करना (अनदेखा करना)
    • आँखें दिखाना (डराना)
    • आँखें मूंदकर (विश्वास करना)
  • लोकोक्तियाँ:
    • अंधे को हाथी दिखाना (असंभव कार्य करना)
    • अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता (एकता में बल है)
    • अकल दाढ़ी में नहीं होती (बुद्धि उम्र से नहीं आती)
    • अक्ल के अंधे को धरती पर स्वर्ग नहीं दिखता (लोभी व्यक्ति को कभी संतोष नहीं होता)

यह जानकारी आपको मुहावरों और लोकोक्तियों को समझने और उनका प्रयोग करने में मददगार होगी।

पर्यायवाची, विलोमार्थी, अनेकार्थी शब्द, अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द

पर्यायवाची शब्द: एक ही अर्थ वाले शब्द

उदाहरण: सुंदर, खूबसूरत, आकर्षक

विलोमार्थी शब्द: विपरीत अर्थ वाले शब्द

 उदाहरण: गर्म, ठंडा

अनेकार्थी शब्द: एक से अधिक अर्थ वाले शब्द

उदाहरण: बैंक (नदी का किनारा, वित्तीय संस्थान)

अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द: एक शब्द जो कई शब्दों या वाक्यांश का अर्थ व्यक्त करता है

 उदाहरण:

अस्पष्ट वाणी: एंबिग्यूइटी

पशु प्रेमी: जूलॉजिस्ट

लापरवाही से किया गया कार्य: ब्लंडर

बहुउद्देशीय उपकरण: मल्टी-टूल

निम्नलिखित हैं कुछ भाषा के मुख्य शब्द प्रकार:

  1. पर्यायवाची: वे शब्द जो दूसरे शब्द के लिए समानार्थी होते हैं। उदाहरण: खुशी – आनंद, बड़ा – विशाल, समृद्धि – वृद्धि।
  2. विलोमार्थी: वे शब्द जो दूसरे शब्द के विलोम होते हैं। उदाहरण: अच्छा – बुरा, प्रश्न – उत्तर, बढ़त – कमी।
  3. अनेकार्थी: वे शब्द जिनके एक से अधिक अर्थ होते हैं। उदाहरण: पत्थर (संगठन का भी, एक धातु का भी), आया (आना का भी, आदमी का भी)।
  4. एक शब्द कई अर्थ: कुछ शब्द एक ही शब्द के रूप में विभिन्न अर्थों में प्रयुक्त किए जा सकते हैं। उदाहरण: “ताला” शब्द (जिसमें कुंजी होती है, या जिसकी बोली जाती है)।

ये भाषा के मुख्य शब्द प्रकार हैं जो भाषा की समृद्धता को बढ़ाते हैं और उसकी सामर्थ्य को बढ़ाते हैं।

शब्दों के प्रकार:

  1. पर्यायवाची शब्द:
  • वे शब्द जो एक ही अर्थ देते हैं, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का प्रयोग भाषा को रोचक और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण:
    • सुंदर = मनोहर, रूपवान, भव्य
    • बुद्धिमान = ज्ञानी, विवेकशील, समझदार
    • प्रेम = स्नेह, प्यार, मोहब्बत
  1. विलोमार्थी शब्द:
  • वे शब्द जो विपरीत अर्थ देते हैं, विलोमार्थी शब्द कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का प्रयोग भाषा को स्पष्ट और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण:
    • अच्छा = बुरा
    • बड़ा = छोटा
    • ऊपर = नीचे
  1. अनेकार्थी शब्द:
  • वे शब्द जिनके एक से अधिक अर्थ होते हैं, अनेकार्थी शब्द कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का प्रयोग भाषा को संक्षिप्त और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण:
    • फल (नतीजा)
    • फल (पेड़ का फल)
    • कान (शरीर का अंग)
    • कान (सुनने की शक्ति)
  1. अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द:
  • वे शब्द जो अनेक शब्दों या वाक्यांश का अर्थ देते हैं, एक शब्द कहलाते हैं।
  • इन शब्दों का प्रयोग भाषा को सरल और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण:
    • अनेक = अनेक, अनेक
    • सदैव = सदैव, सदैव
    • अत्यंत = अत्यंत, अत्यंत

यह जानकारी आपको शब्दों के विभिन्न प्रकारों को समझने और उनका प्रयोग करने में मददगार होगी।

उदाहरण:

  • पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग:
    • “सुंदर” शब्द के स्थान पर “मनोहर”, “रूपवान”, या “भव्य” शब्द का प्रयोग किया जा सकता है।
  • विलोमार्थी शब्दों का प्रयोग:
    • “अच्छा” शब्द के स्थान पर “बुरा” शब्द का प्रयोग किया जा सकता है।
  • अनेकार्थी शब्दों का प्रयोग:
    • “फल” शब्द का प्रयोग “नतीजा” या “पेड़ का फल” दोनों अर्थों में किया जा सकता है।
  • अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द का प्रयोग:
    • “अनेक” शब्द का प्रयोग “अनेक”, “अनेक” दोनों शब्दों के स्थान पर किया जा सकता है।

 

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