HomeBlogDN Haveli और DD: पुर्तगाली शासन से भारत में विलय तक की कहानी

DN Haveli और DD: पुर्तगाली शासन से भारत में विलय तक की कहानी

1. जिला और प्रशासनिक विवरण

S.No State District No. of Blocks No. of Panchayats No. of Villages FULL JANKARI
1 DN HAVELI AND DD Dadra and Nagar Haveli 1 20 70 Dadra and Nagar Haveli Full Jankari
2 Daman 0 0 0 Daman Full Jankari
3 Diu 0 0 0 Diu Full Jankari
Total 1 20 70

2. Dadra and Nagar Haveli और Daman and Diu का इतिहास

Dadra and Nagar Haveli (DNH)

  • प्रारंभिक इतिहास:
    प्राचीन काल में यह क्षेत्र मौर्य, सातवाहन, चालुक्य, और मराठा जैसे साम्राज्यों के अधीन था।

  • औपनिवेशिक काल:
    16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों ने इस क्षेत्र पर कब्जा किया। लगभग 450 वर्षों तक पुर्तगाली शासन रहा।

  • स्वतंत्रता संग्राम और मुक्ति:
    1954 में स्थानीय लोगों और स्वतंत्रता सेनानियों की मदद से Dadra और Nagar Haveli को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराया गया। इस अवधि को “Free Dadra and Nagar Haveli” कहा जाता है जब क्षेत्र ने स्वशासन का आनंद लिया।

  • भारत में विलय:
    1961 में Dadra and Nagar Haveli को औपचारिक रूप से भारत के संघ में शामिल किया गया। तब से यह एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में प्रशासित हो रहा है।

  • विकास:
    बाद के वर्षों में यहां शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण विकास हुआ।


Daman and Diu (DD)

  • प्रारंभिक इतिहास:
    प्राचीन काल से यह क्षेत्र मौर्य, चालुक्य और गुजरात सुल्तानत के अधीन रहा।

  • पुर्तगाली शासन:
    16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों ने दमण पर और 17वीं शताब्दी में दीव पर कब्जा किया। लगभग 400 वर्षों तक पुर्तगाली शासन रहा।

  • मुक्ति और भारत में विलय:
    1961 में भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन विजय के माध्यम से पुर्तगाली शासन समाप्त किया गया और यह भारत के संघ में शामिल हो गया।

  • विकास:
    दमण और दीव को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया। यह क्षेत्र अपने खूबसूरत समुद्र तटों और ऐतिहासिक स्मारकों के लिए जाना जाता है।


3. हाल का प्रशासनिक बदलाव

  • 2020 में विलय:
    Dadra and Nagar Haveli और Daman and Diu को मिलाकर एक नया केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया जिसका नाम है:
    Dadra and Nagar Haveli and Daman and Diu (DNHDD)
    इसका उद्देश्य बेहतर प्रशासन और संसाधनों का कुशल प्रबंधन है।


4. क्षेत्र की विशेषताएँ

  • प्राकृतिक सुंदरता, समुद्र तट, ऐतिहासिक विरासत, और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर।

  • यहाँ की अर्थव्यवस्था मुख्यतः उद्योग, पर्यटन और कृषि पर आधारित है।

  • स्थानीय जनजातीय संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण किया जाता है।

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